Youm E Ashura Ki Namaz यौमे आशूरा की नमाज़, Dua E Ashura, Time और पढ़ने Namaz Me Padhe का तरीका, Namaz Ki Niyat, Allah Se Mange, नमाज़ में क्या पढ़े
Youm E Ashura Ki Namaz यौमे अशुरा की नमाज तरीका Dua Time
![]() |
Youm_E_Ashura_Ki_Namaz_Dua |
यौमे अशुरा की नमाज़ का वक़्त / Youm E Ashura Ki Namaz Ka Time
इन सभी नमाज़ो के पढ़ने का वक्त 10वी मुहर्रम Muharram को तुलु ए आफताब के 20 मिनट बाद से जवाल शुरू होने से पहले तक है।
यानि यौमे अशुरा की नमाज़ का टाइम Youm E Ashura Ki Namaz Ka Time चाशत की नमाज़ का सही होता हैं और असर के पहले-पहले तक पढ़ले अगर टाइम की कमी हो तो।
ये भी देखे :
Youm E Ashura Ki Namaz यौमे अशुरा की नमाज - नमाज़े और उसका तरीका
( 1 ). 4 रकात नमाज एक सलाम से पढे।
नमाज़ की नियत / Namaz Ki Niyat - मैं नियत करता हु यौमे अशुरा की 4 रकात नमाज़ नफिल, वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा शरीफ के तरफ।
नमाज़ में पढ़े। / Namaz Me Padhe
पहली रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह वद-दुहा पढें।
दुसरी रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह अलम नशराह पढें।
तीसरी रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह अल-ज़िलज़ाल पढें
चौथी रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह अल-इखलास पढें।
नमाज़ के फौरन बाद ये पढ़े।
41 मरतबा आयत ए करीमा पढें।
ला इलाहा इला अंता सुभानाका इन्नी कुंतु मिनज़ ज़ालिमीन।
दुआ इस तरह अल्लाह से मांगे। / Allah Se Mange.
फिर सजदे में सर रख कर अल्लाह तआला से गिड़गिडा के ईमान ओ आफियत दोनो जहान की सलामती और भलाई की दुआ करें।
( 2 ). 4 रकात नमाज एक सलाम से पढे।
नमाज़ की नियत / Namaz Ki Niyat - मैं नियत करता हु यौमे अशुरा की 4 रकात नमाज़ नफिल, वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा शरीफ के तरफ।
नमाज़ में पढ़े। / Namaz Me Padhe
पहली रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह-अल-काफिरून पढें।
दुसरी रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह-अल-इखलास पढें।
तीसरी रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह-अल-फलक पढें।
चौथी रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह-अल-नास पढें।
नमाज़ के फौरन बाद ये पढ़े।
70 मरतबा आयत ए करीमा पढें।
हस्बुनल्लाहु वा नियामल वकील वा नियामल मौला वा नियामन नसीर।
फिर अल्लाह के बारगाह में गिड़गिडा के दुआ मांगे।
( 3 ). 2 रकात नमाज एक सलाम से पढे।
नमाज़ की नियत / Namaz Ki Niyat - मैं नियत करता हु यौमे अशुरा की 2 रकात नमाज़ नफिल, वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा शरीफ के तरफ।
नमाज़ में पढ़े। / Namaz Me Padhe
हर रकात यानि दोनों रकात में, सूरह-अल-फातिहा के बाद 3 बार सूरह-अल-इखलास पढें।
फिर अल्लाह के बारगाह में गिड़गिडा के दुआ मांगे।
( 4 ). 4 रकात नमाज एक सलाम से पढे।
नमाज़ की नियत/ Namaz Ki Niyat - मैं नियत करता हु यौमे अशुरा की 4 रकात नमाज़ नफिल, वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा शरीफ के तरफ।
नमाज़ में पढ़े। / Namaz Me Padhe
पहली रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद आयतुल कुर्सी पढें।
दुसरी रकात में सूरह-अल-तकासुर पढें।
तीसरी रकात में सूरह-अल-काफिरुन पढें
चौथी रकात में सूरह-अल-इखलास पढें।
फिर अल्लाह के बारगाह में गिड़गिडा के दुआ मांगे। Allah Se Mange.
( 5 ). 4 रकात नमाज एक सलाम से पढे।
नमाज़ की नियत / Namaz Ki Niyat - मैं नियत करता हु यौमे अशुरा की 4 रकात नमाज़ नफिल, वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा शरीफ के तरफ।
नमाज़ में पढ़े। / Namaz Me Padhe
हर रकात में यानि चारो रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद 3 बार सूरह अल-इखलास पढें।
फिर अल्लाह के बारगाह में गिड़गिडा के दुआ मांगे। Allah Se Mange.
( 6 ). 4 रकात नमाज एक सलाम से पढे।
नमाज़ की नियत / Namaz Ki Niyat - मैं नियत करता हु यौमे अशुरा की 4 रकात नमाज़ नफिल, वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा शरीफ के तरफ।
नमाज़ में पढ़े। / Namaz Me Padhe
( 7 ). 2 रकात नमाज एक सलाम से पढे।
नमाज़ की नियत / Namaz Ki Niyat - मैं नियत करता हु यौमे अशुरा की 2 रकात नमाज़ नफिल, वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा शरीफ के तरफ।
नमाज़ में पढ़े। / Namaz Me Padhe
हर रकात में यानि दोनों रकात में सूरह-अल-फातिहा के बाद 3 मरतबा सूरह अल-इखलास पढें।
दुआ करे / Dua Kare
फिर अल्लाह के बारगाह में गिड़गिडा के दुआ मांगे।
यौमे अशुरा की नमाज़ Youm E Ashura Ki Namaz के ताल्लुक से जरुरी मालूमात।
जिन्की फ़र्ज़ नमाज़ें क़ज़ा Farz Namaz Qaza हो गई, यानी छूट गई हैं वो पहले जितनी मुमकिन कोशिश हो सके इतनी क़ज़ा नमाज़ Qaza Namaz पढ़ने ताके बरिउज़ ज़िम्मा हो जाए।
और तौबा करके ये पक्का अहद करें, यानी ठान ले / या पक्का इरादा करे के आइंदा सब नमाज वक्त Namaz Waqt पर अदा करने की कोशिश करुंगा या करुंगी।
सब यौमे अशुरा की नमाज़ो Youm E Ashura Ki Namaz में अगर से बताई हुई सूरह याद ना हो तो उसके बदले सूरह-अल-फातिहा के बाद सूरह-अल-इखलास (कुल हुवल्लाहु अहद) या और कोई सूरह जो याद हो तो वो पढ़ सकते हैं । ज्यादा अच्छा हो की दी हुई सूरे ही पढ़े।
किसी कारण से तमाम नमाज ना पढ़ सकें तो जितनी पढ़ सकते हैं उतनी ही पढें और फिर तिलावत ए कुरान, कलमा, ज़िकर या दुरूद शरीफ और दीगर तस्बी हात पढें।
इस्के बाद दुआ ए आशूरा Dua E Ashura और दूसरी दुआ भी जरूर पढ़े। / Dua E Ashura Benifit
दुआ को पढ़ने वाला इंशा अल्लाह पुरा साल मौत से महफूज रहेगा।
यौमे अशुरा की दुआ और फ़ज़ीलत Dua E Ashura In Hindi
![]() |
Youm_E_Ashura_Ki_Namaz_Dua |
यौमे अशुरा की दुआ की फ़ज़ीलत / Youme Ashura Ki Dua Ki Fazilat - Benefits
सय्यिदुना इमाम जैनुल आबेदीन इब्ने हुसैन अलैहिस्सलाम से रिवायत हैं जो शक्श अशुरा मुहर्रम को तुलु ए आफताब से गुरु ए आफ़ताब तक (सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक) इस दुआ Dua E Ashura को पढ़ ता हैं या किसी से पढ़वाकर सुन ले (या साथ साथ बोलने वाले के साथ साथ दोहराले) इंशाअल्लाह ताला एक साल तक ज़िन्दगी की जमानत मिल जाएंगी (एक साल तक ज़िन्दगी का बिमा हो जाएंगे यु समझे)
यौमे अशुरा की दुआ / Youme Ashura Ki Dua / Dua E Ashura
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम
या क़ाबि ल तौबति आदम यौम आशूराअ
या फारिजा करबी जिन्नूनी यौम आशूराअ
या जामी अ शमली याक़ूब यौम आशूराअ
या सामी अ दाअवती मूसा व् हारून यौम आशूराअ
या मुगि स इब्राहिम मिनन्नारी यौम आशूराअ
या राफ़ीअ इदरीस इलस्समाई यौम आशूराअ
या मुजी ब दावती सालिहिन फिन्नाकती यौम आशूराअ
या नासि र सय्येदेना मुहम्मदिन सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम यौम आशूराअ
या रहमान नददुनिया वल आखिरती व् रहिमहुमा सल्ली अला सय्येदेना मुहम्मदिंव व् अला आली सय्येदेना मुहम्मदिंव व सल्ली अला जमीईल अम्बियाई वल मुरसलीन वक़ज़ी हाजातीना फिददुनिया वल आखिरती व अतिल उम रना फी ताअतीक व मुहब्बतिक व रेदाक व अहयेना हयातन तैय्यबतओं वतवफ़्फ़ना अललईमानी वल इस्लामी बिरहमतिक या अरहमर्राहिमीन ।
अल्लाहुम्मा बीइज़्ज़िल हसनी व् अखीही व उम्मीही व् अबिहि व जद्दीही व् बनिहि फर्रीज अन्ना मानहनू फ़ीहि ।
(फिर 7 मर्तबा ये दुआ पढ़े।)
सुब्हानल्लाही मिलअलमिज़ानी व् मुन्तहलइल्मी व् मबलग़ र्रेरदा व ज़िन तल अर्शी लामल जाअ वला मन जाअ मिनल्लाही इल्ला इलैहि । सुब्हानल्लाही अददश शफई वल वितरि व अदद कलीमातिल्लाहित्तामती कुल्लीहा नसअलुकस्सलामत बिरहमतिक या अरहमर्राहिमीन । व हुव हसबुना व नैमल वकील । नैमल मौला व नैमन्नसिर । वलाहौला वला कुव्वत इल्ला बिल्लाहिल अलियिल अज़ीम । व सल्लल्लाहु तआला अला सय्येदेना मुहम्मदिंव व्अला आलिहि वसहबिहि वअलल मुअमिनीना वल मुअमिनाती वल मुस्लिमीन वल मुस्लिमाति अदद ज़ररातील वुजुदी व् अदद मालुमातील्लाही वलहम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन । आमीन । सुम्मा आमीन ।
COMMENTS