Astaghfar Fazilat In Hindi - इंसानों की फितरत है के हमें से खता, गलती या गुना अनजाने या भूलकर हो जाते हैं, और जब बाद में वो अपने किए पर शर्मिंदा हो कर
Astaghfar Fazilat In Hindi अस्तगफार की 5 फजीलत, फायदे
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अस्तगफर किस कहते हैं? Astaghfar Kisi Kahte Hain
Astaghfar Fazilat In Hindi - इंसानों की फितरत है के हमें से खता, गलती या गुना अनजाने या भूलकर हो जाते हैं, और जब बाद में वो अपने किए पर शर्मिंदा हो कर सच्चे दिल से अपने रब से गुन्हा के माफी की तालाब करता है तो उसे अस्तगफर Astaghfar कहते हैं।
हम सब जानते हैं के अंबिया (अलैही सलातो सलाम) गुनाहो से पाक होते हैं, और अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) वो तो पाक हैं वो तो बख्शे बख्शये हैं,
लेकिन फिर आप (ﷺ) अपनी उम्मत को तरबियत देने के लिए गुनहाओ से पाक करने के लिए अस्तगफर Astaghfar करने की सिख देते थे । लिहाजा हम पर तो लज़ीम है के हमें ज्यादा से ज्यादा अस्तगफर करना है।
क्या हैं अस्तग़फ़ार दुआ और तौबा की 5 फ़ज़ीलत बयान हदीस से Astaghfar Fazilat In Hindi
Astaghfar Dua Aur Tauba Ki Fazilat Bayan Hadees Se In Hindi
( 1 ) दिलों के जंग की सफाई कर
जन्नती सहाबी , खादिमुन्नबी , हज़रते अनस से रिवायत है कि नबिय्ये पाक , साहिबे लौलाक (ﷺ) का फ़रमाने दिल नशीन है : बेशक लोहे की तरह दिलों को भी जंग लग जाता है और इस की जिला ( या'नी सफाई ) इस्तिम्फार करना है ।
( 2 ) परेशानियों और तंगियों से रूहानी इलाज Ruhani Ilaj
सहाबी इने सहाबी , जन्नती इब्ने जन्नती हज़रते अब्दुल्लाह बिन अब्बास से रिवायत है कि शहन्शाहे खुश खिसाल , पैकरे हुस्नो जमाल सल्लल्लाहो अलैवसल्लम का फ़रमाने दिल नशीन है :
जिस ने इस्तिरफार को अपने ऊपर लाज़िम कर लिया अल्लाह पाक उस की हर परेशानी दूर फरमाएगा और हर तंगी से उसे राहत अता फ़रमाएगा,
और उसे ऐसी जगह से रिज्क अता फरमाएगा जहां से उसे गुमान भी न होगा ।
( 3 ) खुश करने वाला आ'माल नामा
जन्नती सहाबी , हज़रते सय्यिदुना जुबैर बिन अव्वाम से रिवायत है कि नबिय्ये मुकर्रम , नूरे मुजस्सम सल्लल्लाहो अलैवसल्लम का फ़रमान है :
जो इस बात को पसन्द करता है कि उस का नामए आ'माल उसे खुश करे तो उसे चाहिये कि उस में इस्तिरफ़ार का इज़ाफ़ा करे ।
( 4 ) खुश खबरी !
जन्नती सहाबी , हज़रते सय्यदुना अब्दुल्लाह बिन बुसर फ़रमाते हैं कि मैं ने शहन्शाहे मदीना , करारे कल्बो सीना सल्लल्लाहो अयवासल्लम को फ़रमाते हुए सुना कि खुश खबरी है उस के लिये जो अपने नामए आ'माल में इस्तिाफ़ार Astaghfar को कसरत से पाए |
( 5 ) सय्यिदुल इस्तिरफार की फ़ज़ीलत
जन्नती सहाबी , हज़रते शद्दाद बिन औस से मरवी है कि अल्लाह पाक के आख़िरी नबी , मुहम्मदे अरबी सल्लल्लाहो ताला अलैवसल्लम ने फ़रमाया कि येह सय्यिदुल इस्तिरफार Sayyidul Astaghfar है
तरजमा : ऐ अल्लाह ! तू मेरा रब है तेरे सिवा कोई इबादत के लाइक नहीं तू ने मुझे पैदा किया मैं तेरा बन्दा हूं और ब क़दरे ताकृत तेरे अदो पैमान पर काइम हूं ,
मैं अपने किये के शर से तेरी पनाह मांगता हूं , तेरी ने'मत का जो मुझ पर है इक्रार करता हूं और अपने गुनाहों का ए'तिराफ़ करता हूं मुझे बख़्श दे कि तेरे सिवा कोई गुनाह नहीं बख्श सकता ।
जिस ने इस अस्तग़फ़ार की फ़ज़ीलत Astaghfar Fazilat In Hindi जानने के बाद. इसे दिन के वक्त ईमानो यक़ीन के साथ पढ़ा फिर उसी दिन शाम होने से पहले उस का इन्तिकाल हो गया तो,
वोह जन्नती है और जिस ने रात के वक्त इसे ईमानो यक़ीन के साथ पढ़ा फिर सुब्ह होने से पहले उस का इन्तिकाल हो गया तो वोह जन्नती है ।