step by step aurton ki namaz ka sunni tarika in hindi , sahih bukhari, aurat ka gusla or wazu ka tareeqa औरतों की नमाज़ का सुन्नति तरीका हिंदी में
Aurton Ki Namaz Ka Tarika नमाज पढ़ने के लिए और जरूरी चीजे In Hindi
Aurton Ki Namaz Ka Tarika शुरू करने से पहले ये चीजें ज़रूरी हैं, इनके बगैर नमाज़ नहीं होगी In Hindi
- बदन पाक हो, बदन की पाकी के लिए गुस्त और वुज़ू का तरीका निचे बताया गया हैं की किस तरह सुन्नति वाला Gusal और Wazu करना हैं
- बदन के कपड़े पाक हों । कुछ औरतें बच्चों के पेशाब, पाख़ाना की वजह से कपड़ों की नापाकी का बहाना करके नमाज छोड़ बैठती हैं। यह मजबूरी कोई मजबूरी नहीं है। नमाज़ के लिए दूसरा कपड़ा रखना चाहिए और नमाज पढ़ते वक्त पाक कपड़े बदल कर नमाज़ पढ़ें ।
- जिस जगह या जिस कपड़े पर नमाज़ पढ़ी जाए, वह जगह या कपड़ा पाक हो।
- सारा बदन कपड़े से छुपा हुआ हो, सिर्फ चेहरा, पहुंचे तक हाथ और टख़ने तक पांव खुले रखने की इजाजत है, लेकिन एहतियात इसमें है कि चेहरे के सिवा हाथ-पांव भी नमाज की हालत में छुपे रहें। कपड़ा इतना बारीक न हो कि अंदर से बदन का कोई हिस्सा या सर के बालों का कोई हिस्सा झलकता हो, ऐसे कपड़े में नमाज़ नहीं होती है।
नोट - अगर Aurton Ki Namaz की हालत में चेहरे, पहुंचे और टख़ने के सिवा किसी अज़्य (अंग) का चौथाई हिस्सा इतनी देर तक खुला रह गया, जितनी देर में तीन बार “सुब्हानअल्लाह' कहा जा सकता है, तो नमाज़ टूट जाएगी,
फिर से Aurton Ki Namaz शुरू करना होगी। हाँ अगर इतनी देर तक खुला नहीं रहा, बल्कि खुलते ही फौरन छुपा लिया तो नमाज़ हो जाएगी ।
जैसे: पिंडुली, बांह- कलाई, सर, सर के बाल, कान या गरदन, किसी उज्व (अंग) का चौथाई हिस्सा इतनी देर खुला रह जाए, तो नमाज़ नहीं होगी।
Aurton Ki Namaz के पहले सुन्नति Wazu करने Ka Tarika In Hindi
- वज़ू का तरीका
- पहले तीन बार दोनों हाथ |
- पहुंचों तक धोइए,
- मिस्वाक् वगैरह से दांत साफ कीजिए, मिस्वाक् न हो तो दाएँ हाथ की उंगली से दांत मलिए,
- फिर तीन बार कुल्ली कीजिएं,
- इसके बाद तीन बार नाक में पानी डालकर नाक साफ कीजिए ।
- फिर तीन बार चेहरा सर के बालों से लेकर ठोड़ी के नीचे तक और एक कनपटी से दूसरी कनपटी तक धोइए।
- इसके बाद तीन बार पहले दाहिना, फिर बायां हाथ कुहनियों समेत धोइए । अगर हाथ में अंगूठी .या चूड़ी हो या नाक मे कील हो, तो उसे हिलाकर अंदर पानी पहुंचाइए,
- फिर एक बार पूरे सर का मसह कीजिए, यानी भीगा हाथ पूरे सर पर पेशानी के बालों से गरदन के बालों तक फेरिए और हाथ को पीछे से आगे तक लौटा लीजिए और कानों और गरदन पर मसह कर लीजिए।
- इसके बाद तीन बार पहले दायां, फिर तीन बार बायां पांव. टखनों से ऊपर तक धोइए और हाथ की उंगलियों से पांव की उंगलियों का ख़िलाल की लीजिए कि कहीं सूखा न रह जाए।
इसके बाद Wazu Ki Dua पढ़िए:
" अल्लाहुम्मज-अलनी मिनत्तव्या बी-न वज-अलनी मिनल मु-त-तहूहिरीन० "
तर्जुमा : ऐ अल्लाह! मुझे तौबा और खूब पाकी नसीब कर।
अगर सूरः इनना अन्जलना याद हो तो वह भी पढ़ लीजिए ।
Wazu करते वक़्त ध्यान रखे
याद रखिए! अगर नाखून में आटा लगकर सूख गया हो, तो पहले उसको छुड़ा लीजिए।
अगर नाखून पर “नेल पॉलिश' का रंग लगा हुआ हो तो उसको भी साफ कर लीजिए, क्योंकि उसके नीचे पानी नहीं पहुंचेगा, तो नें Wazu होगा, न Namaj होगी।
इन जैसी चीज़ों को चाक़ू वगैरह से साफ करना होगा, जब जाकर Wazu दुरुस्त होगा। अगर बदन पाक करने के लिए नहाने की ज़रूरत हो, तो पहले Gusal कर लेना चाहिए । Gusal Karne Ka Tarika निचे दिया गया हैं
Aurton Ki Farz Namaz Ka Tarika In Hindi
फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ने की तर्कीब :
काबा की तरफ मुंह करके खड़े हो जाइए और नमाज़ की नियत करके दोनो हाथ कंधों तक ऊपर उठाइए, मगर हाथ आंचल से बाहर न निकालिए,
हथेलियाँ काबे की तरफ कर लीजिए, अब धीरे से अल्लाह अकबर कहती हुई दोनों हाथ सीने पर बांध लीजिए।
दाहिने हाथ की हथेली को बाएं हाथ की हथेली की पुश्त पर रखिए, निगाह सज्दे की जगह पर रखिए और यह पढ़िए:
सुब्हा-न-कल्लाहुमु-म व बि-हम्दि-क व तबा-र-कस्मु-क व तआला जदुदु-क वला इला-ह गैरु-क०
तर्जुमा - ऐ अल्लाह! मैं तेरी पाकी बयान करती हूँ और तेरी तारीफ करती हूँ और बरकत वाला है और तेरा नाम और ऊंची है तेरी शाद और तेरे सिवा कोई माबूद नहीं है।
इसके बाद यह पढ़िए-
अऊज़॒ बिल्लाहि मिनश्शैतानिरजीम०
तर्जुमा - शैतान मरदूद से मैं अल्लाह की पनाह मांगती हूँ।
Aurton Ki Char Farz Namaz Ka Tarika In Hind
Aurton Ki Witr Ki Namaz Ka Tarika
Aurton Ki Sunnat Aur Nafil Namaz Ka Tarika In Hindi
Aurton Ki Namaz Se Pahle Gusal Ka Tarika In HIndi
अगर एक चीज भी छुट जाएगी तो गुस्त नहीं होगा और नापाकी टूर नहीं होगी।
वे तीन फर्ज ये हैं: ..
- इस तरह कुल्ली करना कि पानी हलक तक पहुंच जाए ।
- नाक में इस तरह पानी डालना कि नरम हड्डी तक पहुंच जाए ।
- सारे बदन पर इस तरह पानी डालना कि बाल बराबर भी कोई जगह सूखी न रहे।
सुन्नत के मुताबिक गुस्त का तरीका पहले दोनों हाथ पहुंचे तक धो लीजिए,
इस्तिंजा;/ कीजिए और जहाँ पर भी नापाकी लगी हुई हो, उस जगह को धो लीजिए,
फिर वुज़ू कीजिए।
बुज़ू के बाद एक बार सर पर पानी डालिए और सारे बदन पर अच्छी तरह हाथ फेरिए कि हर जगह अच्छी तरह पानी पहुंच जाए।
फिर दो बार और सर पर पानी इस तरह डालिए कि सारे बदन पर पानी बह जाए। अगर नाक में कील, कान में बाली या इयर-रिंग हो तो हिला लीजिए कि उन सुराख़ों में भी पानी पहुंच जाए।
अगर पानी नहीं पहुंचा तो Gusal न होगा ।
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