Witr Ki Namaz Ka Tarika in Hindi - वित्र की नमाज का तारिका
इस्लाम में नमाज का बहुत अहम मकाम है, और रात की नमाज में से एक वित्र नमाज है, जो तीन रकात होती है।
क्या लेख में हम सुन्नी इमाम जफर सादिक के मशविरे के मुताबिक Witr Ki Namaz Ka Tarika बताएंगे।
चलिए, हर कदम को एक-एक करके समझते हैं, शुरूवात से लेकर नमाज के बाद की दुआ तक।
अगर आप इसके साथ फजर की नमाज, जौहर की नमाज, असर की नमाज, मगरिब की नमाज और ईशा की नमाज पढ़ने का तरीका जानना चाहते हैं तो नमाज के नाम पर क्लिक करके आप जान सकते हैं।
Witr Ki Namaz Ka Tarika in Hindi - वित्र की नमाज का तारिका
Witr Ki Namaz Ke Pahle Gusal Ka Tarika - वित्र की नमाज़ के पहले गुसल का तारिका
पाकीज़ागी (ग़ुस्ल और वुज़ू):
हर इबादत शुरू करने से पहले, जिस्म और रूह की पाकीजागी का ख्याल रखना जरूरी है। ग़ुस्ल बड़े नजासत के लिए मुस्तहब है, जबकी छोटी नजासत के लिए वुज़ू काफ़ी होता है। यहां एक आसान तरीका दिया गया है:
ग़ुस्ल: ग़ुस्ल शुरू करने से पहले नियात करें, फिर हाथ, शरमगाह धो कर, वुज़ू की तरह करें। फिर तीन मरतबा पूरा जिस्म दो लेन।
Witr Ki Namaz Ke Pahle Wazu Ka Tarika - वित्र की नमाज़ के पहले वज़ू का तारिका
वुज़ू: अगर ग़ुस्ल ज़रूरी नहीं है, तो वुज़ू करें। चेहरे को धो कर, दोनों हाथों को हस्ते तक, आधा सिर साफ करें और पांव तक पानी फैला दें, हर अमल को तीन मरतबा करें।
Witr Ki Namaz Ke Niyat Ka Tarika - वित्र की नमाज के नियत का तारिका
वित्र नमाज शुरू करने से पहले, दिल से एक सच्ची नियत बनाएं के अल्लाह के रह में तीन रकात वित्र नमाज अदा कर रहे हैं, और उनकी खुशी हासिल करने की नियत करें।
Witr Ki Namaz Ka Tarika Sunni in Hindi - वित्र की नमाज का तारिका
तीन रकअत वित्र नमाज अदा करने का तरीका ये है:
पहली रकत:
- दोनो हाथ कानो तक उठा कर "अल्लाहु अकबर" कहें, फिर दोनो हाथ को चाटी पर बांधें।
- सूरह अल-फातिहा पढ़ कर, दूसरा सूरह या कुरान की कुछ आयतें पढ़ लें।
- रुकु में जाकर तीन मरतबा "सुभाना रब्बियाल अधीम" कहें।
- रुकू से उठ कर "सामी अल्लाहु लिमन हमीदाह, रब्बाना लकल हम्द" कहें।
- सजदा में जाकर तीन मरतबा "सुभाना रब्बियाल आला" कहें।
- दो सजदों के दरमियान थोड़ी देर बैठ कर, फिर एक और सजदा करें।
- पहली रकअत को तशहुद और सलाम के साथ मुकम्मल करें।
दूसरी रकत:
- दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं और सूरह अल-फातिहा के साथ दूसरी सूरह या आयत पढ़ें।
- रुकू, सजदा और तशहुद पहली रकअत की तरह करें।
तीसरी रकत:
- तीसरी रकात में सूरह अल-फातिहा के साथ दूसरी सूरह या आयत पढ़ लें।
- तीसरी रकात में कोई भी सुरह पढ़ने के बाद अपने कान के लौ तक डोनो हांथो के अंगुधे टच करे और फी से हाथ बांध ले।
- फ़िर "रब्बाना अतायना फ़िद दुनिया" याह दुआ पढ़े।
- रुकू, सजदा और तशहुद पहली दो रकातें की तरह करें।
Witr Ki Namaz Ke Baad Ki Dua - वित्र की नमाज़ के बाद की दुआ
नमाज़ के बाद, ये दुआ पढ़ना सुन्नत है:
"सुभानल-मलिकिल-कुद्दूस" तीन मरतबा पढ़कर, फिर ये दुआ करें:
"अल्लाहुम्मा इन्नी औधु बी रिदाका मिन सखतिका, वा बि मुआफतिका मिन उकुबतिका, वा औधु बिका मिनका, ला उहसी थानां अलैका, अंता काम अथनाइता 'अला नफसिका"
(ऐ अल्लाह, मैं तेरे रज़ा से तेरी शक्ति से, और) तेरी माफ़ी से तेरी सज़ा से पनाह मांगता हूं। मैं तेरे गुनाहों की गिनती नहीं कर सकता। तू जैसा आपने आपकी तारीफ किया है, वैसा है)।
निष्कर्ष: Witr Ki Namaz Ka Tarika
Witr Ki Namaz Ka Tarika अदा करना इस्लाम में बहुत अहम है, जो हमें अल्लाह के करीब लेकर जाता है और उनकी रहमत और मगफिरत की तलाश में मदद करता है। सुन्नी इमाम जफर सादिक के मशविरे के मुताबिक इस नमाज को अदा करने से, हम अल्लाह के नज्दीक और मोहब्बत में इजाफा कर सकते हैं। अल्लाह हमारी नमाज़ों को क़ुबूल फरमाये और हमें अपनी हिदायत और रहमत अता फरमाये। आमीन.