Fajar Ki Farj Namaz Ka Tarika Sunni in Hindi - फजर की फर्ज नमाज का तारिका
Fajar Ki Farj Namaz Ka Tarika, इस्लाम में एक जरूरी सुबह की नमाज है। क्या नमाज़ को सही तरीके से अदा करना और दिल से इबादत करना बहुत ज़रूरी है।
यहां, हम सुन्नी इमाम जफर सादिक की सलाह पर अधारित Fajar Ki Farj Namaz के 2 रकात का तरीका बताएंगे For Male/Female, जहां ग़ुस्ल से लेकर नमाज खत्म करने तक का सफर है।
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Fajar Ki Farj Namaz Ka Tarika Sunni in Hindi - फजर की फर्ज नमाज का तारिका
- Step 1: ग़ुस्ल (पूरा जिस्म साफ़ करना):
फज्र फ़र्ज़ नमाज़ शुरू करने से पहले, ग़ुस्ल करना ज़रूरी है। सब से पहले हाथ और फर्ज जगह साफ करें। फिर वुज़ू करें, यानि हाथ, मू, नाक और पानी के दूसरे ज़रूरी हिसों को धोयें। आख़िर में, सिर पर पानी डालें, ताके बालों के जदों तक पानी पाहुंच सके।
- Step 2: नियत (इरादा करना):
पुर ईमान और खुलूस के साथ, फज्र फ़र्ज़ नमाज़ के लिए नियत करें। इरादा दिल में साफ हो, और अपने अमल को सिर्फ अल्लाह की इबादत और फरमाबरदारी के लिए मकसूद रखें।
- Step 3: तकबीर अल-इहराम (शुरू की तकबीर):
"अल्लाहु अकबर" कह कर अपने हाथ कानों तक उठायें, जो नमाज़ का आग़ाज़ दुरुस्त करता है। फिर अपने हाथ नीचे ले जाएं और अपने दायें हाथ को अपने बाये हाथ पर रख कर पहले रखें।
- Step 4: सूरह अल-फातिहा का तिलावत (पहली सूरह):
तकबीर अल-इहराम के बाद सूरह अल-फातिहा का तिलावत करें, जो कुरान की पहली सूरह है। हर रकात में ये सूरा ज़रूरी है।
- Step 5: मज़ीद आयतें का तिलावत:
सूरह अल-फातिहा के बाद, किसी और को इसका तिलावत करें, जैसे सूरह अल-इखलास (अध्याय 112) या किसी और को।
- Step 6: रुकु (झुकना):
"सुभाना रब्बियाल अधीम" कहते हुए झुक जाएं, जिसमें आपका पीठ सीधा और जमीन के बराबर होना चाहिए। क्या वक़्त अपने अल्लाह के अज़मत को तस्लीम करें।
- Step 7: सुजूद (सजदा):
रुकु से उठ कर सुजुड़ में जाएं, जहां अपना माथे, नाक, दोनों हाथ, दोनों घुटनें और उंगलियां जमीन पर रखें। क्या वक़्त है "सुभाना रब्बियाल आला" कहकर अपने अल्लाह की बारगाह में सर झुकाएं।
- Step 8: सजदो के दरमियान बैठें:
दो सज्दों के दरमियान थोड़ी देर बैठें, अपनी ज़ात की हकीकत का एहसास करते हुए। क्या वक़्त अल्लाह से मगफिरत और बरकत की दुआ करें।
- Step 9: तशहुद (ईमान का गवाह):
दूसरे सजदा के बाद, बैथकर तशहुद पढें, अल्लाह की वहदानियत और मुहम्मद (उन पर शांति) के रिसालत का गवाह बने।
- Step 10: सलात अल-इब्राहिमिया (नबी पार दुरूद):
तशहुद के बाद, नबी मुहम्मद (उन पर शांति हो) पर दुरूद पढ़े, जैसे "अल्लाहुम्मा सल्ली 'अला मुहम्मदिन वा' अला अली मुहम्मदिन काम सलैता 'अला इब्राहिमा वा 'अला अली इब्राहिमा इन्नाका हमीदुन मजीद"।
- Step 11: तस्लीम (नमाज़ का खात्मा):
नमाज़ को मुकम्मल करने के लिए अपना सर दायें तरफ घुमाएं और "अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह" कहें।
नतीजा: Fajar Ki Farj Namaz Ka Tarika Sunni in Hindi For Male/Female
Fajar Ki Farj Namaz के 2 रकअत अदा करना इस्लाम में बहुत अहम इबादत है, जो खुलूस और खिदमत-ए-खल्क का सबाब बनता है। ऊपर दिए गए तारीख़े को मद्दे-नज़र रखते हुए, सुन्नी इमाम ज़फ़र सादिक की सलाह पर, मुसलमानों को इस फ़र्ज़ को अदा करने में असानी और ख़ुशी महसूस होगी। अल्लाह हमारी नमाज़ों को क़ुबूल फरमाये और हमें दीन में इस्तिक़ामत अता फरमाये।