इस पोस्ट में Safar Ki Dua In Hindi, Arbic और English में दी है और घर से निकलने की दुआ का पॉवरफुल वज़ीफ़ा और यात्रा की प्राथना करना जरुरी है
अगर आप भी ट्रेवल करते समय सफर में आने वाली बालाओ, मुसीबत और हर तरह की परेशानियों से अपनी और अपने घर वालो की हिफाजत चाहते है।
तो यात्रा करने से पहले Safar Ki Dua जरूर पढ़ले, निचे हमने सफर की दुआ आसान लफ्ज़ो में In Hindi, उर्दू, अरबी और इंग्लिश में दी है।
Safar Ki Dua (IN Hindi, Arbi, Urdu, English)
Safar Ki Dua पढ़ना जरुरी है? In Hindi
इस पोस्ट में हमने आपके साथ Safar ki पॉवरफुल Dua in Hindi में बताई है, जिसे आपको अपनी यात्रा पर निकलने से पहले पढ़ना चाहिए।यह दुआ जहाजों और कारों सहित कोई भी सफर के किसी भी साधन पर यात्रा करते समय पढ़ी जा सकती है। यह आपके रास्ते में आने वाली बालाओ से आपकी हिफाजत करेगा।
सफर की दुआ को हिंदी, अंग्रेजी और अरबी में पढ़ने में एक मिनट से भी कम समय लगेगा। यह दुआ कुरान पाक से ली गई है।
अगर आप इस अमल को पढ़ने के बाद सफर करते है आगे ट्रवेल करते हैं तो इंशाअल्लाह अल्लाह पाक आपको हर बुरी बालाओ, नुकसान, से हिफाजत होंगी और आपकी यात्रा को आसान बनाएगा।
आप इस दुआ की शुरुआत और आखिर में एक बार या तीन बार आयत कुरसी और दरूद शरीफ़ को पढ़ सकते हैं।
सफर की दुआ पढ़ने के बाद इन बातो का ध्यान रखे।
इस दुआ को पढ़ने से पहले अल्हम्दु लिल्लाह को तीन बार और अल्लाहु अकबर को तीन बार कहें, चाहे आप किसी भी तरह के transport का इस्तेमाल कर रहे हों - साइकिल, बस, ट्रेन, हवाई जहाज या जहाज! किसी भी जरुरी जगहों पर जाने से पहले Safar Ki Dua पढ़ें!
इस्लाम जैसे पाक धर्म में जन्म लेने के लिए! और हुजूर की उम्मत का उम्मती बनने के लिए, सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम! हम सब इस बात से खुश हैं कि हमें हमारे प्यारे नबी हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का सदका मिला है! हर छोटे बड़े काम को बेहतरीन तरीके से समझाया गया है !
हमें जरुरत है! कि हम हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बातो का पालन करते हुए अपनी ज़िन्दगी बिताया करें!
नतीजतन, जब भी आप घर से बाहर निकलें तो आपको दुआ पढ़ना चाहिए, और जब भी आप बाहर जाते हैं तो आपको सफ़र की दुआ भी पढ़नी चाहिए।
ऊपर में हमने हिंदी में यात्रा की दुआ बताया है । आपकी सुविधा के लिए, हमने हिंदी में Safar Ki Dua Images दी है!
अपने मोबाइल डिवाइस पर इसे डाउनलोड करना आसान है। और ध्यान रखें कि यह पूरी तरह से आपकी सुरक्षा करता है।
इसके बावजूद , एक इंसान यात्रा के दौरान आने वाली बालाओ और मुसीबतो से सुरक्षित रहता है।
कितनी दुरी को इस्लाम में सफर माना जाता है ?
आज भी, इस्लाम में एक यात्रा का तय करने के बारे में अलग-अलग लोगों के अलग-अलग ideas हैं।
कई लोग दावा करते हैं कि अगर कोई सफर 90 किलोमीटर से ज्यादा हो जाती है, तो वह यात्रा के रूप में सही हो जाती है।
कुछ का दावा है कि यदि सफर में दो दिन से ज्यादा समय लगता है, तो यह एक यात्रा के रूप में सही है, भले ही वहाँ जाने के लिए किसी एयरलाइन, ट्रेन या बस का इस्तेमाल किया गया हो।
यात्रा पर अलग-अलग मुसलमानों के अलग-अलग दृष्टिकोण हैं। अल्लाह तआला के अनुसार, जो आपकी किस्मत को जानता है, आपको सफर की दुआ पढ़ने के बाद ही अपनी यात्रा पर निकलना चाहिए।
घर में वुज़ू करना भी इबादत का एक आसान काम है। क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में किए गए नेक कामो को अल्लाह तआला ने पसंद किया है
और हमारे मुसीबतो में रुकावट बन गए हैं? इस्लाम में एक और सदका देने से अच्छाई फैलती है।
हमेशा ट्रेन के चलने से 10 से 15 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचें, यात्रा के लिए Safar Ki Dua पढ़ें और फिर बैठ जाएं।
अकेले यात्रा करते समय और भी छोटे और बुज़ुर्ग इंसानो मदद और देखभाल करे।