Shab-e-Barat की Fazilat और Namaz Ka Tarika Hindi, Shab-e-Barat Ki Dua - शब-ए-बारात की दुआ Hindi
Shab-e-Barat, या अल्लाह के फज़ल और रहमत की रात, एक अहम रात है जो हर साल शाबान के महीने में आती है।
ये रात इबादत और मगफिरत Ki रात है, जिसमें अल्लाह तआला अपने बंदो पर रहमत और बरकत Nafil फरमाता है।
इस Raat को पूरी दुनिया भर के मुसलमान Namaz, Dua, और इबादत के ज़रिये गुज़ारते हैं।
Shab-e-Barat की Fazilat और Namaz Ka Tarika Hindi
Shaban का Mahina अल्लाह ताला का महीना है, और इसका आखिरी तीसरा दिन शब-ए-बारात है।
हज़रत आयशा (आरए) रिवायत करते हैं के रसूल अल्लाह ने फरमाया: "शाबान मेरा महीना है, और रमज़ान अल्लाह का महीना है।"
इस रात में अल्लाह तआला अपने बंदों का अमलनामा लिखने के लिए फरिश्ते भेजते हैं। क्या रात को Shab-e-Barat कहते हैं, जो उर्दू में "रात का फ़र्ज़" का मतलब है।
Shab-e-Barat Ki Namaz: Tarika और अहमियत Hindi
Shab-e-Barat Ki Namaz पढ़ना, जिसे नफिल नमाज भी कहते हैं, बहुत अहमियत रखता है। क्या नमाज़ की अदायगी से शख़्स अपने गुनाहों की माफ़ी और रहमत तालाब करता है। शब-ए-बारात की नमाज का तरीका यूं है:
- सबसे पहले, नियत करें कि आप शब-ए-बारात की 2 रकअत नफिल नमाज पढ़ रहे हैं, अल्लाह तआला की राह में। (नियत की मैंने दो रकअत शबे बरात की नफ़ल नमाज़ की ख़ास वास्ते अल्लाह ताला के मुँह मेरा काबा सरफ़्फ़ की तरफ अल्लाह हो अकबर)
- नियत करने के बाद, "अल्लाह हू अकबर" कह कर हाथ बंद लें और नमाज़ शुरू करें।
- नमाज मुकम्मल होने के बाद, सूरह इखलास को 21 मरतबा और सूरह यासीन को एक मरतबा पढ़ें।
- अगर आप दो लोग हैं जो साथ नमाज पढ़ रहे हैं, तो एक शक्श सूरह यासीन की तिलावत करें और दूसरा एकदुम खामोशी से सुना जाए।
- इस तरह, शब-ए-बारात की नमाज़ पढ़ने से शख़्स अपने गुनाहों की माफ़ी और अल्लाह तआला से रहमत की तालाब करता है।
Shab E Barat Ki Nafil Namaz Padhe Ka Tarika
12 रकात नफ़्ल नमाज़ पढ़ें, हर रकअत में पढ़ें:
- सूरह फातिहा (अल्हम्दु): एक बार
- सूरह इकलास: 10 बार।
- बाद में पढ़ें:
- तीसरा कालिमा (कालिमा तमजीद): 10 बार
- चौथा कालिमा (कालिमा तौहीद): 10 बार
- दरूद शरीफ़: 100 बार
8 रकअत नफ़्ल नमाज़ चार सलाम के साथ पढ़ें। हर रकअत में पढ़ें
- सूरह फातिहा: एक बार
- सूरह इकलास: 11 बार
पैगम्बर (सल्ल.) इस रात को यह दुआ कसरत से पढ़ते थे, हमें भी ऐसा ही करना चाहिए:
100 रकात नफ़िल नमाज़ पढ़ें, हर रकअत में :
- सूरह फातिहा: एक बार
- सूरह इकलास: 10 बार
Shab-e-Barat Ki Dua - शब-ए-बारात की दुआ Hindi
शब-ए-बारात की रात को दुआओं की रात भी कहा जाता है। इस रात अल्लाह तआला से मग़फिरत और रहमत की दुआ जाती है। एक मुख़्तसिर शब-ए-बारात की दुआ:
"अल्लाहुम्मा सल्ला अला सय्येदीन मोहमदीव वला अलि सय्येदीना मोहमिन कमाए सललेता अला सय्येदीन अबाबी वला अली सय्यदीना अब्ब इनक हमीदुम माजिद अलैहम्मा सल्ला अला सय्येदीन मोहमदीव व अला अलि सय्येदीना मोहमिन कमा बरकत अला सय्येदीन मग़ा वला अली सय्यदीना ग्रैम इंक हमीदुम माजिद"
क्या दुआ को पढ़ते वक्त, इंसान अपने गुनाहों की माफ़ी और अल्लाह ताला से बख्शीश की इल्तिजा करता है।
नेकियाँ गुजारें, शब-ए-बारात का फ़ायदा उठायें
Shab-e-Barat एक ऐसी Raat है जिसमें अल्लाह तआला अपने बंदों पर अपनी रहमत और मग़फिरत नाज़िल करता है। इस रात को Namaz, Dua और Quran की तिलावत के ज़रिये गुजारें ताकी अल्लाह तआला की राह में नेकियाँ गुजारें जा सकें। शब-ए-बारात की रात को बदे एहतिमाम और खुलूस के साथ गुजारें ताकि हमारी जिंदगी में बरकत और खुशियां आएं।