पाद के कितने प्रकार होते हैं - Paad Ke Kitne Prakar Hote Hain
Paad Ke Kitne Prakar Hote Hai - पाद करना हमारे पालतू जानवर का एक सामान्य हिस्सा है।
ये गैस होती है, जो हम खाना खाते वक्त हवा को सांस लेने से या खाना डाइजेस्ट होने के समय पेट में बनने वाले गैसों से आती है।
कुछ कार्बोहाइड्रेट ऐसे होते हैं जो पेट और अंत में एंजाइम्स द्वारा पूरी तरह से डाइजेस्ट नहीं होते हैं, और फिर आंत के बैक्टीरिया इन्हें डाइजेस्ट करते हैं, जिसकी एक तरह से गैस रिलीज़ होती है।
पाद की कुछ बू गट बैक्टीरिया द्वार बन गए थोड़े से हाइड्रोजन सल्फाइड और अमोनिया से आती है। आइये जानते हैं की "पाद के कितने प्रकार होते हैं"
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अगर आप:
- बहुत ज़्यादा पाद करते हैं।
- पाद के साथ दर्द होता है।
- पाद आपकी रोज़मर्रा की जिंदगी में रुकावत डाल रहा है।
- तो अपने डॉक्टर से बात करें।
पाद के कितने अलग-अलग प्रकार हैं - Paad Ke Kitne Prakar Hote Hai
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- पाद जो पेट में गैस फ़स जेन पर दर्द होता है।
- पेट के ऊपर से बीच का हिसा
- पेट के ऊपर से बायें हिसा
- अत्यधिक पादना आपको लगता है कि आप बहुत ज्यादा गैस निकाल रहे हैं।
- ऐसा तब होता है जब आप सामान्य गैस के लिए अधिक तनाव में होते हैं।
- बू वाला पाद जिसमें आपके पाद में अजीब बू होती है।
- ये किसी विशेष भोजन से एलर्जी या आंत में बैक्टीरिया का अधिक होना हो सकता है।
- पाद असंयम, जिसमें आपको लगता है कि आपकी कमर भारी हो रही है, लेकिन शरीर का तंत्रिका तंत्र समझ में नहीं आता कि ये गैस है या माल।
बू वाले पाद की वजह कुछ ऐसी भी हो सकती है.
- हवा निगलना जैसे कि जल्दी खाना या पीना।
- कुछ खड़े जैसे बैक्टीरिया तोड़ते हैं, जैसे फल, बीन्स, और डेयरी उत्पाद।
- खाद्य असहिष्णुता या उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ।
- कुछ दवाएँ, कब्ज़, या बीमारियाँ जैसे कि मधुमेह और स्क्लेरोडर्मा, जो समय के साथ छोटी आंत की गतिविधि पर काम कर सकती हैं, जैसे बैक्टीरिया का अधिक होना।
- कुछ गंभीर वजह भी हो सकती है जैसे पेट के कैंसर या कोलन कैंसर (जो बहुत कम होता है)। अगर आपको कोई अनोखी बू की समस्या है, तो अपने डॉक्टर से सलाह करें।
पाद रोकने के लिए.
- धीरे-धीरे खाना खाएं और अच्छे से चबाएं।
- कुछ दिनों के लिए पेट फूलने वाले भोजन से बचें।
- धीरे-धीरे अपने आहार में फाइबर को बढ़ाएं।
पाद के बारे में कुछ 10 Facts.
- आम आदमी रोज़ाना 0.6–1.8 लीटर गैस बनाता है।
- पशुओ के पाद से निकलने वाला मीथेन लोगभाग 36% मीथेन प्रदूषण का कारण है।
- पाद में उमर या लिंग के बीच में कोई अंतर नहीं है।
- स्वस्थ व्यक्ति दिन में 12-25 बार फ़ार्ट करते हैं।
- सिर्फ 1% पाद में बुरी बू होती है।
- 99% गैस नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन और मीथेन से बनी होती है।
- लोग सोते वक्त ज्यादा गैस निकालते हैं।
- "फ़ार्ट" शब्द का पुरानी अंग्रेज़ी से अर्थ "टू ब्रेक विंड" है।
- रात भर पानी में भिगोए गए बीन्स का प्रयोग फार्ट कम करने के लिए किया जा सकता है।
- समाजशास्त्र के अनुसर, महिलाएं अपने पाद सुनने वाले लोगों को गंदे या अजीब दिखने का अधिक चिंता होती हैं, जबकी पुरुष इसको मज़ाक समझते हैं।